manage blog's settings blogger - ldkalink

manage blog's settings blogger: यदि आप भी अपने ब्लॉग की settings अच्छे से करना चाहते है तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पढ़ रहते है। 

इस आर्टिकल में आपको blogger blog me blog's settings kaise karte hai की पूरी जानकारी स्टेप बय स्टेप बताया गया है।  

जब आप blogger का use करके वेब पर अपना एक ब्लॉग बनाते है तो आपको अपने ब्लॉग के settings को मैनेज करना होता है ताकि blogging सही तरीके से किया जा सके।


how can manage blog's settings blogger help tips for you
how can manage blog's settings blogger help tips for you

    Basic settings: 


    Basic settings में कई ऑप्शन जैसे Title, Description, Blog Language, Adult content, Google Analytics property ID, Favicon. Basic settings होते है तो चलिए इन ऑप्शन के बारे में स्टेप बय स्टेप जानते है की इन ऑप्शन का क्या क्या उपयोग होता है। 

    Title:

    Title में आपको वह नाम देना है जो नाम आप अपने ब्लॉग का रखना चाहते है जैसे की मेरे ब्लॉग का टाइटल नाम LD KA LINK- है। 

    जब आप सर्च इंजन में LD KA LINK सर्च करते है तो मेरे वेबसाइट के यूआरएल https://www.ldkalink.com के निचे मेरे वेबसाइट का Title नाम LD KA LINK- शो होता है।  

    इसी प्रकार आप भी अपने वेबसाइट का जो title name रखना चाहते है रख सकते है जो आपके website के यूआरएल के निचे दिखाई देगा।  

    Description:

    इसके अंतर्गत आप अपने ब्लॉग का Description लिख सकते है की आपका ब्लॉग किस टॉपिक पर है। 

    आपके ब्लॉग के अंदर किस तरह का आर्टिकल लिखा जाता है मान लेते है की आपने जो ब्लॉग बनाया है उसमे Blogger, YouTube, social media से सम्बंधित आर्टिकल लिखते है। 

    यह भी पढ़े:- ब्लॉग में traffic कैसे बढ़ाये ? 

    जब कोई visitor आपके वेबसाइट को सर्च करते है तो Description के द्वारा ही visitors को आपके ब्लॉग के बारे में पता चल जाता है की आपका ब्लॉग किस टॉपिक पर लिखा गया है Description आपके वेबसाइट के Title name के निचे शो होता है।

    important: जब भी आप अपने blog के लिए description लिखते है तो आपको यह ध्यान रखना चाहिए की 150 character के अंदर होना चाहिए। 

    क्यों की ब्लॉगर के अंदर जब आप description लिखते है तो इसमें 150 character तक ही सही description माना जाता है या इससे कम character का description बना सकते है पर ध्यान रखे 150 character से ज्यादा न हो। 

    Blog language: 


    blog language के अंदर आप उस लैंग्वेज को सेलेक्ट करे जिस language में आप अपने ब्लॉग पर आर्टिकल लिखते है। 

    यदि आप अपने ब्लॉग पर आर्टिकल हिंदी में लिखते है तो हिंदी को सेलेक्ट करे या यदि आप इंग्लिश में आर्टिकल लिखते है तो English language को सेलेक्ट करे।  


    Adult content: 


    इस सेटिंग्स में यह indicate किया जाता है की यदि आपके ब्लॉग पर adult contains है जैसे की कंटेंट में image या video में nudity or sexual activity शामिल है। 

    यदि आप इस settings को on रखते है तो आपके blog के visitors को एक warning message दिखाई देता है और visitor से पूछा जायेगा की क्या वह इस ब्लॉग में आगे बढ़ना  चाहता है।  

    इस settings को तब on करे जब आपके ब्लॉग पर adult कंटेंट हो, जिससे visitors को एक warning मैसेज मिल सके की आपके ब्लॉग पर adult कंटेंट है। 

    यदि visitors warning message मिलने के बाद भी आर्टिकल को पढ़ना चाहते है या विडिओ, इमेज को देखना चाहते है तो वह आगे बढ़ सकता है।


    Google Analytic property ID: 


    यदि आप यह जानना चाहते है की visitors आपके site के साथ कैसे interact करते है तो आपके साइट पर नजर रखने के लिए अपने ब्लॉग पर Google Analytic property ID को Add करे। 

    यह setting dynamic views और layout themes के लिए स्पेसिफिक है यदि आपका ब्लॉग classic theme का उपयोग करता है तो आपको इसे अपने regular theme में manually ऐड करने की जरूरत है।  


    Favicon: 


    what is favicon hai फ़ेविकॉन किसी भी वेबसाइट का एक छोटा आइकॉन होता है जो उस वेबसाइट को identify करता है यानि उस वेबसाइट की पहचान कराता है। 

    उदाहरण के लिए आप जब कभी आप इसी वेबसाइट को सर्च इंजन में LD KA LINK लिखकर सर्च करते है तो सर्च लिस्ट में मेरा वेबसाइट जब सर्च होता है। 

    तो इस वेबसाइट के यूआरएल के लेफ्ट साइड में एक छोटा सा आइकॉन दिखाई देता है इसे ही फ़ेविकॉन कहा जाता है, जैसे मेरे वेबसाइट का favicon रेड सर्कल में ld लिखा हुआ दिखाई देता है।


    Privacy: 


    Listed on blogger:

    यह लोगो को blogger.com से आपके ब्लॉग में लिंक होने के लिए allow करता है जब आप इसे अपने ब्लॉग पर on रखते है।  


    Visible to search engine: 

    यदि आप चाहते है की आपके ब्लॉग सर्च इंजन में सर्च हो तो आप इस option को on रखे।

    जिससे की कोई भी व्यक्ति आपके वेबसाइट को सर्च इंजन में सर्च करता है तो आपका वेबसाइट सर्च होकर search लिस्ट में आ जाता है। 

    यदि आप इसे on नहीं रखते है तो जब भी कोई visitor आपके ब्लॉग को सर्च करता है तो आपका ब्लॉग सर्च इंजन के लिस्ट में शो नहीं होगा।

    how to show my blogger profile in google search:-

    • blogger में login करे। 
    • टॉप पर, ब्लॉग नाम सेलेक्ट करे। 
    • left menu में, settings पर क्लिक करे।  
    • "privacy" के अंदर, turn on visible to search engine. 
    इस option को ऑन करने पर आपका ब्लॉग अब search इंजन में दिखने लगेगा।  

    publishing:


    Blog Address: 

    इसमें आपको अपने ब्लॉग के लिए एक यूआरएल बनाना होता है आप अपने वेबसाइट के लिए जो यूआरएल बनाना चाहते है वह नाम इसमें टाइप करे।  

    जैसे इस वेबसाइट के यूआरएल बनाने के लिए इसमें ldkalink टाइप किया गया है ठीक ऐसे ही आप भी अपने ब्लॉग के लिए कोई name सेलेक्ट करे और आप इस नाम को यहाँ टाइप करे।  

    important: पर इसमें selected subdomain available होना चाहिए।  

    Custom domain: 

    आपके द्वारा जो कस्टम डोमेन registered किया गया है इसका यूआरएल अपने ब्लॉग पर ऐड करे। 

    • Redirect domain
      यह ऑप्शन "Named" डोमेन को custom डोमेन में redirect करने की अनुमति देता है उदाहरण के लिए "example.com" को यह "www.example.com" पर रेडिरेक्ट करने की अनुमति देता है।  
    • Fullback subdomain 
      आप अपने कस्टम डोमेन को अपने ब्लॉग से जोड़ने के लिए CNAME का use कर सकते है।

    यह भी पढ़े: 


    HTTPS:


    "HTTPS" full form Hypertext Transfer Protocol Secure  होता है।  

    HTTPS availability: 

    यह setting सिर्फ custom domain के लिए ही available होता है क्यों की Blogspot address हमेशा HTTPS होता है। यदि HTTPS Redirect turned on है।  
    • विजिटर हमेशा आपके ब्लॉग पर https://<your-blog>.blogspot.com पर ही जाते है।  
    यदि HTTPS Redirect turned off  है तो 
    • http://<your-blog>.blogspot.com में विजिटर HTTP पर serve over होते है, an unencrypted connection. 
    • https://<your-blog>.blogspot.com में visitor HTTPS serve over होते है, an encrypted connection.

    HTTPS Redirect: 

    जब आप HTTPS Redirect को on रखते है तो visitors हमेशा https://<your-blog>.blogspot.com पर secure version में पहुंच जाते है।


    permission: 


    Blog admin and author:

    इसके अंतर्गत blog के admins और author की लिस्ट दिखाई देता है यदि आप उनकी membership को cancel करना चाहते है या इसमें कुछ चेंज करना चाहते है तो इसमें आप कुछ भी change कर सकते है।  

    pending author invites: 

    इसके अंतर्गत उन users को डिस्प्ले किया जाता है जिसको अपने author बनने के लिए invite किया था और वे अभी तक आपके invite को accept नहीं किये है।  

    invite more author: 

    इसके अंतर्गत उन व्यक्ति के emails को ऐड किया जाता है जिन्हे आप ब्लॉग author के लिए ऐड करना चाहते है जब वे आपका invitation accept कर लेते है तो वे भी एक author के रूप में listed होंगे। 

    आप अपने blog में total 100 members (author, administrators या readers) को ऐड कर सकते है।  

    important: blog को मैनेज और पोस्ट करने के लिए आपके पास एक गूगल अकाउंट का होना जरुरी होता है तभी आप या ब्लॉग में पोस्ट डाल सकते है।  

    Reader access: 

    आपका ब्लॉग by default पब्लिक होता है मतलब हर एक व्यक्ति जो ऑनलाइन होता है वह आपके ब्लॉग को रीड कर सकता है। 

    यदि आप अपने ब्लॉग को limit करना चाहते है की आपके ब्लॉग को कौन देख सकता है तो इसके लिए "Reader access" सेक्शन में, आपको public, private to authors या custom reader में से किसी एक को सेलेक्ट करना होता है।  

    custom reader: 

    इसके अंतर्गत ब्लॉग के readers की लिस्ट डिस्प्ले किया जाता है।  

    pending custom reader invites:

    इसके अंतर्गत उन users की लिस्ट डिस्प्ले  किया जाता है जिसे आपने अपने ब्लॉग पढ़ने के लिए invite किये है और उन्होंने आपके invite को accept नहीं किया है।  

    invite more reader: 

    इसके द्वारा आप उन व्यक्ति का email address inter करते है जिसे आप अपने ब्लॉग को पढ़ने के लिए invite करना चाहते है।

    posts: 


    max posts shown on main page:

    इसके अंतर्गत आप उन पोस्ट की संख्या निर्धारित कर सकते है जितना पोस्ट अपने ब्लॉग के main page में shown  करवाना चाहते है। 

    यदि आप अपने ब्लॉग के main post में 7 post shown करवाना है तो इसमें 7 inter करे। 

    अब आपके ब्लॉग के main post में 7 post दिखाई देगा यदि आप इससे ज्यादा रखना चाहते है तो इस नंबर को आप अपने अनुसार बदल भी सकते है।  

    post template (optional): 

    what is post template optional kya hai जब हम कोई आर्टिकल किसी टॉपिक पर लिखते है तो कई बार एक ही लाइन या पैराग्राफ को एक के अधिक पोस्ट पर लिखना पढता है एक ही पैराग्राफ या लाइन को बार बार लिखने में बहुत टाइम लग जाता है। 

    इस परेशानी से बचने के लिए ही हम post template (optional) का उपयोग करते है जो लाइन या पैराग्राफ बार बार उपयोग में लाया जा रहा है उस लाइन या पैराग्राफ को post टेम्पलेट future में जाकर add कर देते है।

    जिससे की अब आप जब भी कोई new post लिखेंगे तो जो लाइन या पैराग्राफ आपने ऐड किया था वह हर बार नए post में automatic पोस्ट के स्ट्रेटिंग में शो होगा।  

    यदि आप इसे हटाना चाहते हो तो इसे अपने पोस्ट से हटा सकते है यदि आप इसका उपयोग नई पोस्ट में करना चाहते है तो इसे उपयोग में ला सकते है। 

    तो चलिए देखते है how to use post template optional kaise use hai.
    1. सबसे पहले, ब्लॉगर में sign in करे।  
    2.  टॉप पर, ब्लॉग सेलेक्ट करे।  
    3. लेफ्ट मेनू में, सेटिंग्स पर क्लिक करे।  
    4. post section में, post template (optional) पर क्लिक करे।  
    5. post template (optional)  पर क्लिक करने के बाद एक बॉक्स ओपन होगा।  
    6. इस बॉक्स में आप जो लाइन या पैराग्राफ अपने हर पोस्ट में ऑटोमेटिक add करना चाहते है उसे इस बॉक्स में टाइप करे या कॉपी किया हुए टेक्स्ट को इस बॉक्स में पेस्ट कर दे।  
    7. save पर क्लिक करे।  
    अब आपके ब्लॉग पर पोस्ट template सेट हो गया है अब जब भी आप कोई नया पोस्ट लिखते है तो पोस्ट के स्टार्टिंग में वह लाइन या पैराग्राफ शो होगा जो आपने post template (optional) में add किया है।

    यदि आप अपने नई पोस्ट में इसे नहीं रखना चाहते है तो इसे डिलीट भी कर सकते है यदि आप इसका use करना चाहते है तो इसे अपने पोस्ट में ऊपर या निचे कही भी अपने अनुसार सेट कर सकते है। 

    इस प्रकार post template (optional) के उपयोग से आपका काफी टाइम बच जाता है।  

    image lightbox: 

    जब आप इस ऑप्शन को ऑन रखते है तो आपके पोस्ट के यदि एक से अधिक इमेज है तो जब कोई इस पोस्ट में किसी एक इमेज पर क्लिक करता है तो इस पोस्ट के सारे इमेज को वह एक एक करके slide करके देख सकता है।  

    यदि आप चाहते है की जिस इमेज पर क्लिक किया गया है वही इमेज ही ओपन हो और इस पोस्ट में बाकी इमेज शो न हो इसके लिए इस ऑप्शन को ऑफ रखे। 

    comments: 


    comment location: 

    • Embedded: इस ऑप्शन द्वारा पोस्ट पर users को रिप्लाई करने के लिए allow किया जाता है।  
    • full page and pop up window: इस ऑप्शन से आप users को पोस्ट पर comments करने के लिए एक पेज पर ले जा सकते है।  
    Important: जब आप "hide" ऑप्शन का use करते है यह पोस्ट में exiting comments को डिलीट नहीं करता है आप भी यदि इस कमैंट्स को शो करना चाहते है तो दूसरे ऑप्शन को सेलेक्ट करके इसे शो कर सकते है।  

    who can comments: 

    यदि आप अपने blogger blog में post में comments की settings को बदलना चाहते है तो आप comments settings को अपने अनुसार इसे मैनेज कर सकते है। इसके लिए "who can comments" में सेलेक्ट करे।  
    • Anyone ( including anonymous) 
    • users with google account 
    • only members of this blog 

    Comments moderation: 

    आप अपने ब्लॉग पोस्ट में comments को पब्लिश होने से पहले comments को review कर सकते है यदि आप comments moderation के बारे में विस्तार से जानना चाहते हो यहाँ क्लीक करे।
    • for post older than: 
      यदि आप अपने ब्लॉग के comment moderation section में, "sometimes" को सेलेक्ट रखते है तो कमेंट उस टाइम रेंज तक ही रहेगी जितना time range आपके द्वारा सेट किया गया गया होगा। 
    • Email moderation request to: 
      यदि कोई विजिटर आपके ब्लॉग के किसी पोस्ट पर कमेंट करता है तो इस ऑप्शन की सहायता से आपके ईमेल पर एक email alert प्राप्त होगा जिससे आपको नई कमैंट्स के बारे  में पता चल जाता है। 

    Reader comment captcha: 

    यदि कोई visitors आपके ब्लॉग के किसी पोस्ट पर जब कोई comments करना चाहता है तो इसके लिए visitors को पहले word verification step की जरूरत होती है जब आप word verification करते है तो blog authors इसे नहीं देखते है।  

    Important: यदि यह settings ऑफ है तो, कुछ commentators को posting से पहले code inter करने को कह सकता है।  

    Comments form message: 

    यदि आप comments के related कोई वर्ड कमैंट्स सेक्शन के ऊपर लिखना चाहते है तो इसके द्वारा आप रीडर को कमैंट्स के बारे में कुछ लाइन लिख कर इंटरैक्शन दे सकते है की वह किस तरह का कमैंट्स कर सकता है।  

    इस ऑप्शन में आप जो लाइन लिखेंगे वह लाइन comment section (inter your comments...) के जस्ट ऊपर दिखाई देगा। 

    उदाहरण के लिए आप मेरे वेबसाइट में किसी भी पोस्ट के लास्ट में कमैंट्स सेक्शन में एक लाइन लिखा हुआ है please do not inter any spam link in the comment box. 

    इसी तरह से आप भी comments form message में कुछ comments से रिलेटेड कुछ लाइन्स लिख सकते। 

    Email:


    post using email: 

    इस ऑप्शन की सहायता से आप एक ईमेल द्वारा आप अपने ब्लॉग पर पोस्ट डाल सकते है, यदि आप चाहते है की आपके अलावा कोई अन्य व्यक्ति भी आपके ब्लॉग पर पोस्ट डाले तो इस ऑप्शन की सहायता की आप अपने ब्लॉग पर पोस्ट करवा सकते है।  

    इस ऑप्शन का उपयोग करने के लिए पहले हमें एक blogger Email बनाना होता है जिसे Mail2blogger के नाम से जाना जाता है  और इस Mail2blogger के द्वारा हम किसी भी डिवाइस से इस ईमेल द्वारा अपने ब्लॉग पर पोस्ट डाल सकते है या किसी दूसरे से पोस्ट करवा सकते है।  


    comment notification email: 

    जब कोई विजिटर आपके ब्लॉग पर आपके किसी पोस्ट पर कुछ कमेंट करता है तो इस ऑप्शन की सहायता से आपको इस किये गए कमैंट्स का नोटिफिकेशन आपको आपके मेल पर प्राप्त हो जाता है इससे आपको आपके ब्लॉग पोस्ट पर किये गए कमेंट के बारे में पता चल जाता है।  


    pending comment notification emails:

    इसके अंतर्गत वे users डिस्प्ले होते है जो अभी तक उनके द्वारा accept नहीं किया गया है आपके invite को, जो आपके द्वारा comment notification emails receive करने के लिए भेजा गया था।  


    invite more people to comment notification emails:

    इसके अंतर्गत आप 10 email addresses inter कर सकते है पर हर ईमेल के बीच में commas का उपयोग करना होता है।   


    Email post to: 

    जब आप अपने ब्लॉग पर कोई नई पोस्ट पब्लिश है तो, इन addresses पर एक ईमेल भेजा जायेगा। जो ईमेल आपके द्वारा inter किया गया है।  


    pending post notification emails:

    इसके अंतर्गत वे users डिस्प्ले होते है जो अभी तक उनके द्वारा accept नहीं किया गया है आपके invite को, जो आपके द्वारा post notification emails receive करने के लिए भेजा गया था।  


    invite more people to post notifications:

    इसके अंतर्गत आप 10 email addresses inter कर सकते है पर हर ईमेल के बीच में commas का उपयोग करना होता है। 


    Formatting:


    Time Zone:

    इस ऑप्शन की सहायता से आप अपने देश का Time zone सेट कर सकते है। 

    क्यों की सभी देशो का टाइम जोन अलग अलग होता है। आप जिस देश से है आप वहा का टाइम जोन सेट कर सकते है।  


    Date header format: 

    जब आप अपने ब्लॉग पर कोई पोस्ट लिखते है तो पोस्ट के ऊपर date शो होगा।

    जिससे यह पता चल जाता है की कोन का पोस्ट कौन से डेट में पब्लिश हुआ है।  

    यदि इस डेट को आप किसी दूसरे फॉर्मेट में शो करना चाहते है तो इस ऑप्शन की सहायता से आप date format को change कर सकते है। 

    इस ऑप्शन के अंदर आपको कई सरे date format मिल जाते है। 

    इसमें से आप किसी एक date format को सेलेक्ट कर सकते है जो आपको अच्छा लगता हो।  


    Timestamp format: 

    इसमें भी आप टाइम फॉर्मेट को अगर चेंज करना चाहते है तो चेंज कर सकते है।  


    comment timestamp format: 

    यदि आप चाहते है की कमेंट करने के लिए एक टाइम सेट हो तो इससे आप कमेंट करने का एक टाइम सेट कर। 


    Meta tags:


    Enable search description:

    what is enable search description kya hai in blogger इस ऑप्शन की सहायता से आप अपने users की हेल्प कर सकते है समझने के लिए, की आपका पोस्ट किस बारे में है। 

    इसकी सहायता से users आपके पोस्ट में क्लिक किये बिना ही समझ जाता है की आपका पोस्ट किस बारे में है। 

    जब आप इस ऑप्शन को on रखते है तो कोई भी पोस्ट लिखते समय पोस्ट सेक्शन में राइट साइड में search description का ऑप्शन आ जाता है।  

    इसमें आप शार्ट में उन शब्दों को लिखे जिससे की इन शब्दों को पढ़कर ही समझ आ जाये की आपके इस आर्टिकल के अंदर क्या क्या लिखा गया है।  

    जब आप इस ऑप्शन का उपयोग करके इसमें कुछ लाइन ऐड करते है तो जब आपका पोस्ट सर्च इंजन में सर्च लिस्ट में आता है तो पोस्ट टाइटल के निचे वही लाइन शो होगा जिसे अपने search description में ऐड किया था।  

    इससे users पोस्ट टाइटल पढ़कर सर्च डिस्क्रिप्शन भी पढ़ता है और फिर उनको यह समझ आ जाता है की इस पोस्ट के अंदर क्या क्या लिखा गया है और फिर इस पोस्ट पर क्लिक करके पूरा आर्टिकल पढता है।

    यदि आप पोस्ट टाइटल कैसे बनाते है टाइटल बनाते समय किन पॉइंट्स को ध्यान में रखा जाता है इसके बारे में थोड़ा भी नहीं जानते है तो यह आर्टिकल जरूर पढ़े: best seo friendly title कैसे बनाये ? 


    search description को कैसे on करे ? 

    1. blogger में, sign in करे।  
    2. लेफ्ट साइड में, ब्लॉग का नाम सेलेक्ट करे।  
    3. लेफ्ट पर मेनू से, settings पर क्लिक करे।  
    4. "privacy" के अंदर, visible search engine को on करे।  

    monetization:


    monetization ऑप्शन के अंदर enable custom ads txt ऑन करके एडसेंस द्वारा दिए गए कोड यहाँ पास्ट करना होता है। 

    जब आप एडसेंस के लिए अप्लाई करते है और जब आपको एडसेंस का अप्रूवल मिल जाता है तो एडसेंस द्वारा ads.txt का कोड मिलता है जिसे custom ads.txt सेक्शन में पेस्ट करना होता है।   

    यह भी पढ़े:- 

    इस आर्टिकल द्वारा बताया गया: 


    इस आर्टिकल में आपको स्टेप बय स्टेप बताया गया की ब्लॉगर ब्लॉग में सेटिंग्स कैसे मैनेज करते है। 

    यदि यह आर्टिकल आपके लिए थोड़ा बहुत भी हेल्पफुल रहा है तो इसे दुसरो तक जरूर शेयर करे।

    टिप्पणियाँ

    5G Mobile Phones - at Best Prices under 15000

    कम दाम पर अच्छा मोबाइल फ़ोन्स, अपने मनपसंद मोबाइल फ़ोनस का चयन करें:

    Popular Posts

    संतुलित बल और असंतुलित बल - ldkalink

    image file formats क्या है - ldkalink

    Fake smile Quotes in Hindi - ldkalink

    अदिश राशि और सदिश राशि में अंतर - ldkalink

    blogger template कैसे create करे from scratch - ldkalink

    एक समान वृत्तीय गति (uniform circular motion)

    Blogger किसे कहते है कैसे बने - ldkalink

    अभ्यास ही सफलता की कुंजी motivational story - ldkalink

    on page seo और off page seo क्या है - ldkalink

    Please remember to follow this blog to know wherever we publish a new post.

    Translate