SEM क्या है SEO और SEM में अंतर - ldkalink
SEM क्या होता है: जब आप एक नया Blog स्टार्ट करते है तो शुरुआत में हर कोई नया होता है और उसे ब्लॉग्गिंग के छेत्र में पूरा knowledge नहीं होता है।
पर धीरे धीरे और बहुत कुछ जानने लगता है और फिर ब्लॉग्गिंग करते करते वह SEO के साथ साथ SEM तक पहुँचता है।
अब इस आर्टिकल में SEM आखिर होता क्या है ब्लॉग के लिए क्यों जरुरी होता है इसके क्या फायदे है और इसका का उपयोग कब, क्यों और कैसे किया जाता है इन सब के बारे में डिटेल्स से जानने वाले है।
SEM क्या होता है-what is SEM in Hindi
SEM kya hai: इसका full form "search engine marketing" होता है जिसका उपयोग किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट में पैसा देकर ट्रैफिक लाने के लिए किया जाता है इसका use करके आप अपने ब्लॉग को search engine के सर्च लिस्ट में यानि SERP के फर्स्ट पेज पर रैंक करा सकते है।
जब आप ब्लॉग पर ट्रैफिक लाने के लिए SEM का उपयोग करते है तो इसके बाद आपको Type of seo यानि on-page और off-page seo पर फोकस नहीं करना पड़ता है।
SEO और SEM में क्या अंतर है
Difference seo vs. sem in Hindi: SEO और SEM में किस तरह का अंतर होता है तो अभी ऊपर बताया गया की SEO का काम फ्री में ही सर्च इंजन से ट्रैफिक लाना होता है जबकि SEM सर्च इंजन से paid में यानि पैसे देकर ट्रैफिक लाने का काम करता है।
SEO और SEM को एक उदाहरण से समझे:
माना एक कोई पौधा है इस पौधे को बढ़ा करने के लिए रोजाना इसमें पानी डालते रहना पड़ता है तब जा के यह पौधा बड़ा होता है तो यहाँ पर इस पौधे को बढ़ा होने में काफी टाइम लग जाता है।
ठीक उसी तरह से SEO भी काम करता है यह एक तरह से long term activity है और इसमें रैंक होने में थोड़ा टाइम लगता है जिससे ट्रैफिक भी इसमें लेट से आता है।
ppc or paid ads image - seo image |
जबकि SEM का उपयोग करके आप इसे बहुत जल्दी ही रैंक करा लेते है और इससे ट्रैफिक भी जल्दी ही आने लगता है।
इस उदाहरण से आप अच्छे से समझ गए होंगे की दोनों किस तरह और कैसे अपना अपना कार्य करते रहते है।
अब यहाँ पर आपके मन में ये बात जरूर आ रही होगी की आपके लिए इन दोनों में से कौन सा ज्यादा अच्छा होगा तो यह आपके लिए एक बहुत बढ़िया क्वेशन है इसे निचे और अच्छे से समझते है।
SEM और SEO में कौन सा उपयोग करे: यह सब आपके objectives और long term business strategies पर डिपेंड करता है पर आपको दोनों पर ही फोकस करते रहना चाहिए।
यदि आपका कोई नया बिज़नेस या भी कोई नया वेबसाइट है तो इसको सर्च इंजन के फर्स्ट पेज में रैंक होने में थोड़ा टाइम लगेगा ही।
इसलिए प्रारंभिक स्टेज में जब आपका साइट नया है तो ऐसे में आपको adwords से या फिर किसी सोशल साइट से जैसे की फेसबुक एड्स से आपको paid campaigns में इन्वेस्ट करना चाहिए।
ऐसा करने पर आपको कस्टमर्स या विजिटर मिलते ही है जिससे आपकी कमाई भी बढ़ जाता है और आपका बिज़नेस बहुत जल्दी ही बढ़ने लगता है।
इसलिए स्टार्टिंग समय में थोड़ा पैसा लगा कर PPC campaigns run करना चाहिए, जब आप PPC campaigns का उपयोग करते है तो आप कुछ ही घंटो में आप देखेंगे की आपके वेबसाइट या ब्लॉग को लोग सर्च इंजन में सर्च कर रहे है।
जब आप किसी तरह का एड्स लगते है तो आप पाएंगे की लोग आपके वेबसाइट या बिज़नेस को देख रहे है इसकी पूरी जानकरी आप insights के माध्यम ले सकते है की कितने ट्रैफिक आ रहे है आपके इस ads से।
इसके साथ ही आपको SEO एक्टिविटी भी जारी रखना होता है जो यह आपके organic traffic बढ़ाने में मद्द्त करती है पर यह थोड़ा धीरे काम करते रहता है।
इस तरह से आप दोनों का उपयोग करके अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक ला सकते है।
SEM का उपयोग क्यों किया जाता है
इसका उपयोग तब किया जाता है जब आप जल्दी से जल्दी अपने साइट को को सर्च इंजन में first page पर रैंक कराना चाहते है।
तब यहाँ पर आपको इसके लिए कुछ पैसा पे करना पड़ता है जिससे आपका ब्लॉग सर्च इंजन के फर्स्ट पेज में ही रैंक करने लग जाता है।
पर इसके लिए आपको कुछ ऐसा टारगेट keyword research करना होता है जिससे की इस कीवर्ड पर रैंक हो सके।
इन्ही कीवर्ड पर ads चलाया जाता है जब कोई व्यक्ति इस कीवर्ड को सर्च इंजन में सर्च करता है तो यह कीवर्ड ads के साथ सर्च इंजन लिस्ट में टॉप में शो होने लगता है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग आपके इस कीवर्ड पर क्लिक करते है जिससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आना शुरू हो जाता है।
SEM के अंतर्गत कौन कौन से ad होते है
अब कई सारे ब्लॉगर यह भी जानना चाहते है की SEM के अंतर्गत कौन कौन ads होते है तो इसका जवाब भी आपको निचे बताया गया है की किस किस तरह के एड्स इसमें होते है।
- PPC - इसका पूरा नाम pay per click होता है।
- CPC - इसका पूरा नाम cost per click होता है।
- PPC - इसका पूरा नाम pay per call होता है।
- PSA - इसका पूरा नाम paid search advertising होता है।
- CPM - इसका पूरा नाम cost per thousand impression होता है।
SEM किस तरह काम करता है
SEM kaise kam karta hai: इसका अपना भी एक सेटअप होता है और इसके लिए गूगल और सर्च इंजन का एक कैलकुलेशन भी होता है और उसके बाद ही यह तय किया जाता है।
आपका ad कैसे और किस तरह से दिखाया जायेगा इसमें आपको कुछ ऐसे पॉइंट्स बताया गया है जिसे सर्च इंजन किसी भी साइट में देखता ही है।
Maximum CPC - Maximum का मतलब तो आप पहले से जानते होंगे तो यहाँ पर CPC के बारे में जानते है की CPC क्या है CPC का सीधा मतलब यह है की एक क्लिक पर आप कितना पैसा खर्च कर सकते है आपके द्वारा जितना भी CPC सेलेक्ट किया जायेगा उसी के हिसाब से ही सर्च इंजन अपना कैलकुलेशन करता है की आपका ads पर शो होगा।
Quality score - यहाँ पर Quality score का एक विशेष महत्त्व होता है की यदि आपका Quality score बहुत अच्छा है तो सर्च इंजन आपके ad को बहुत कम पैसा में ही दिखा देगा।
ad rank क्या है: ad रैंक का मतलब होता है की आपके द्वारा जो ad लगाया गया है वह किस नंबर पर दिखाया जा रहा है।
SEM result कैसे इम्प्रूव करे
SEM result improve: इसके बारे में कई सारे नए ब्लॉगर को नहीं पता होता है तो आपको यहाँ कुछ ऐसे इम्पोर्टेन्ट पॉइंट के बारे में बताया गया है जिसे की आप अपने SEM result को बेहतर कैसे बनाये में मदत करेगा।
01. keyword research से: इसमें keyword का एक विशेष योगदान होता है इसके लिए आपको पावरफुल कीवर्ड रिसर्च करना होता है इंटरनेट पर ऐसे कई सारे फ्री और paid टूल्स है जहा से आप एक अच्छा keyword research कर सकते है।
जैसे की google keyword planner यहाँ से आप एक अच्छा सा long tail keyword research कर अच्छा परिणाम प्राप्त कर सकते है।
02. quality score improve करके: यदि आपका quality score बहुत अच्छा है तो आप कम पैसे में ही अच्छा ad रैंक प्राप्त कर लेते है यदि आप अपने quality score improve कैसे करते है यह जानना चाहते है तो इन पॉइंट का विशेष ध्यान रखे।
इसके लिए आपको अपने मैन टारगेट कीवर्ड को ad landing page में रखना होता है लैंडिंग पेज experience जो की एक यूजर के लिए अच्छा हो और इसके साथ आपको negative keyword का भी यूज़ करना चाहिए।
03. compelling content बनाये: यदि आप चाहते है की आपका SEM campaign बेस्ट क्वालिटी वाला होना चाहिए तो आपको इसके लिए इस तरह का ads बनाना चाहिए जिससे की लोग अपने आप ही campaigns पर चले आते है इसके लिए आपको इन चीजों का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए।
- एक बहुत बढ़िया आकर्षक हैडिंग हो।
- Ad एक्सटेंशन
- clear call to action
- अपने प्रोडक्ट के क्या क्या फायदे है बताये
- ad यूजर के अनुसार बनाये
SEM का उयपोग कब करे
SEM का उयपोग कब करना चाहिए: यह हर किसी के द्वारा उपयोग नहीं किया जाता है क्यों की इसका कार्य होता है की पैसे देकर ब्लॉग या वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने का होता है।
यदि आपका किसी तरह का online business है या किसी तरह का ब्रांड है आप चाहते है की यह जल्दी से जल्दी ही सफल हो जाये तो आप बहुत कम समय में ही इसका उपयोग करके अपने बिज़नेस को बहुत आगे तक ले जा सकते है।
अगर आपने कभी नोटिस किया होगा तो यह जरूर देखे होंगे की जब आप सर्च इंजन में कुछ सर्च करते है तो सर्च लिस्ट में ऊपर में कुछ अलग तरह का ad show होने लगता है और यूजर इन्ही ad show पर ज्यादा क्लिक करते है इसका उपयोग हर एक ब्लॉगर कर सकता है।
पर इसमें एक प्रॉब्लम यह होती है की आप यदि आपके ब्लॉग पर एडसेंस का ads लगा हुआ है तो आप ad campaign का उपयोग करके ट्रैफिक नहीं ला सकते है क्यों की adsense में paid ट्रैफिक allow नहीं होता है ज्यादातर जितने भी ऑनलाइन मार्केटर SEM का उपयोग अपने बिज़नेस को प्रोमोट करने के लिए करते है।
यदि अगर best ad running platform की बात होती है तो यहाँ पर सबसे ज्यादा उपयोग किये जाने वाले में google adword ही सामने निकल कर आता है क्यों की यह गूगल का ही एक सर्विस है यह search engine marketing के लिए सबसे बढ़िया प्लेटफार्म माना जाता है।
जब आप google adword का use करते है तो यह सिर्फ गूगल सर्च इंजन में ही नहीं बल्कि यह दूसरे सर्च इंजन जैसे की yahoo, Bing में भी शो होता है।
SEM के जो टर्म है वो भी आप यहाँ देख सकते है जैसे की SEO सोशल मीडिया मार्केटिंग, submitting sites to directories, search regretting, managing paid listing in search engines.
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब अच्छे से जान गए होंगे की SEM आखिर होता क्या है इसका उपयोग कब और क्यों किया जाना चाइये है और यह किस तरह से अपने कार्य को करता है।
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