dedicated hosting क्या है इसके फायदे और नुकसान - ldkalink
dedicated hosting kya hai: अभी तक आपने होस्टिंग के बारे में जान ही लिया होगा तभी आप होस्टिंग के प्रकार में डेडीकेट होस्टिंग वाले आर्टिकल तक आए हैं आज के इस आर्टिकल में हम www.ldkalink.com पर डेडिकेट होस्टिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी हिंदी में ( in Hindi) जानने वाले हैं।
आखिर डेडीकेट होस्टिंग होता क्या है डेडीकेट होस्टिंग कैसे काम करता है डेडीकेट होस्टिंग के फायदे क्या है और नुकसान क्या है होस्टिंग को कहां से बाय करना चाहिए यदि आप डेडिकेट होस्टिंग के बारे में पूरी जानकारी एक ही आर्टिकल में चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं इसलिए इसे लास्ट तक जरूर रीड करें ताकि डेडिकेट होस्टिंग के बारे में कंप्लीट जानकारी आपको अच्छे से मिल सके।
dedicated hosting क्या है |
dedicated hosting क्या है (what is dedicate hosting in Hindi)
"डेडीकेट होस्टिंग में एक पूरा सर्वर दे दिया जाता है जिसमें केवल आपकी वेबसाइट ही होस्ट होती है" किसी अन्य दूसरे वेबसाइट इस सर्वर पर इंक्लूड नहीं होते हैं और इसकी प्राइवेसी दूसरे होस्टिंग की अपेक्षा बहुत अच्छी होती है डेडीकेट होस्टिंग में आपका पूरा कंट्रोल होता है आप एक तरह से इसके मालिक होते हैं और अपने तरीके से इसे सेट कर सकते हैं सर्वर पर रिसोर्सेज को आप इसमें घटा और बढ़ा सकते हैं इसमें आप सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को अपने अनुसार घटा और बड़ा भी सकते हैं।
डेडिकेटेड होस्टिंग किसके लिए सही है
डेडीकेट होस्टिंग उनके लिए अच्छा होता है "जिनके वेबसाइट पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा होता है" जैसे मिलियन में ट्रैफिक उनके साइट पर होता है यदि आपके साइट पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा है वीपीएस होस्टिंग की सीमा से बाहर हो चुका है तो आप इसे डेडिकेट होस्टिंग पर भी होस्ट कर सकते हैं।
इस होस्टिंग के अंतर्गत आप सर्वर को आप अपने अनुसार ही मैनेज कर सकते हैं जिससे कि आपके वेबसाइट की परफॉर्मेंस बाकी कास्टिंग की अपेक्षा बहुत फास्ट होती है।
डेडिकेटेड होस्टिंग फ़ास्ट क्यों होता है
डेडीकेट होस्टिंग में होस्ट किया हुआ वेबसाइट बहुत ज्यादा फ़ास्ट होता है क्योंकि इसमें कोई भी दूसरा वेबसाइट शामिल नहीं होता है "इसमें केवल आपका एक website ही इसमें होता है" जिससे कि इसमें किसी दूसरे साइट का लोड नहीं पड़ता और यह फास्ट रन होता है यही कारण है कि विजिटर को एक अच्छा एक्सपीरियंस प्राप्त होता है।
अभी हमने डेडिकेट होस्टिंग के बारे में जाना कि यह क्या होता है पर अभी हम इसके कार्य करने के तरीके के बारे में भी जानेंगे कि यह कैसे कार्य करता है।
डेडीकेट होस्टिंग कैसे काम करता है/how dedicated hosting works
डेडीकेट होस्टिंग दूसरे अन्य वेब होस्टिंग की तरह ही होता है यह भी वैसे ही काम करता है जैसे दूसरे होस्टिंग काम करते हैं इसमें भी वेबसाइट के फाइल को स्टोर करके रखा जाता है।
यदि किसी इंटरनेट यूजर द्वारा आपके वेबसाइट के यूआरएल को ब्राउज़र में ओपन करके सर्च इंजन में सर्च करता है तो यूजर के रिक्वेस्ट के अनुसार आपकी वेबसाइट के फाइल को सरवर द्वारा सर्प में यूजर के सामने रख दिया जाता है।
डेडीकेट होस्टिंग के फायदे (advantages of dedicated hosting )
परफॉर्मेंस में अच्छा होना:
पहले भी बताया गया कि डेडिकेट होस्टिंग में एक ही वेबसाइट होस्ट होता है जिससे कि आप इसके मालिक होते हैं किसी और अन्य वेबसाइट के न होने से इस वेबसाइट की स्पीड काफी अच्छी होती है और बहुत सारे रिसोर्सेस भी इसमें मिल जाता है इसकी प्राइवेसी की बात करें तो इसकी प्राइवेसी भी दूसरे होस्टिंग की अपेक्षा काफी अच्छी होती है।
यूजर एक्सपीरियंस अच्छा होना:
डेडीकेट होस्टिंग में होस्ट किया हुआ वेबसाइट की स्पीड काफी तेज होती है क्योंकि इसमें एक अकेला वेबसाइट होता है किसी दूसरे वेबसाइट न होने के कारण इस पर आने वाला ट्रैफिक जिससे की दूसरे वेबसाइट का लोड अपने वेबसाइट पर नहीं पड़ता है ।
इस तरह से किसी दूसरे वेबसाइट के न होने से इसकी स्पीड काफी तेज होती है अब किसी भी वेबसाइट की स्पीड जब अच्छी होती है तो इंटरनेट यूजर उसी साइट पर दोबारा जाना चाहता है ।
इस तरह से इंटरनेट यूजर ऐसी साइट पर सेटिस्फाई होकर अपना काम करता है इस तरह से यूजर का एक्सपीरियंस काफी अच्छा होता है इस तरह से डेडिकेट होस्टिंग में हॉस्ट किया हुआ वेबसाइट का यूजर एक्सपीरियंस काफी अच्छा होता है।
हाई सिक्योरिटी का होना:
डेडीकेटेड होस्टिंग में उच्चतम सिक्योरिटी होती है क्योंकि इसमें केवल आपका वेबसाइट ही होता है इस होस्टिंग में दूसरे वेबसाइट नहीं होते हैं दूसरे वेबसाइट के न होने से यह फायदा होता है कि दूसरे वेबसाइट से आने वाले माल वेयर का खतरा नहीं होता है।
डेडीकेटेड होस्टिंग के अंतर्गत एंटीवायरस फायरवॉल जैसे कई सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर सकते है यह होस्टिंग महंगा जरूर होता है पर इसमें ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक आ सकते हैं ज्यादा ट्रैफिक होने पर भी इसके वेबसाइट स्लो नहीं होता है।
जबकि shared hosting में एक आईपी एड्रेस होता है जिसमें कई सारे वेबसाइट होते हैं पर डेडीकेटेड हॉस्टल में एक आईपी एड्रेस पर केवल एक ही वेबसाइट होता है।
पूरा कंट्रोल का होना:
डिडिक्टेड होस्टिंग में इसका पूरा कंट्रोल अपने हाथ में होता है इसमें जो भी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल अनइनस्टॉल करना होता है इसे बड़े आसानी से हम मैनेज कर सकते हैं इसके हार्डवेयर में भी हम अपने अनुसार चेंज कर सकते हैं इसकी रिसोर्सेज को घटा बढ़ा सकते हैं जो कि शेयर्ड होस्टिंग में ऐसा नहीं होता है।
दो विकल्प का होना:
डेडीकेट होस्टिंग में दो तरह के ऑप्शन होते हैं एक managed और दूसरा unmanaged. managed होस्टिंग को उन लोगों द्वारा सेलेक्ट किया जाता हैं जिन्हें होस्टिंग के बारे में ज्यादा नॉलेज नहीं होता क्योंकि इसमें सर्वर द्वारा सारे सेटिंग कर दिए जाते हैं बस उनको इसे use करना होता है।
जबकि जिस व्यक्ति को होस्टिंग के बारे में नॉलेज होता है वह इसे अपने तरीके से अच्छी तरह से मैनेज कर सकता है।
डेडीकेट होस्टिंग के नुकसान (Decide disadvantage of dedicated hosting)
डेडीकेट होस्टिंग कि अगर हम बात करें तो यह दूसरे होस्टिंग की अपेक्षा थोड़ा सा महंगा होता है जिसके कारण से साधारण लोग या फिर जो नए यूजर होते हैं जो जिन्होंने अभी-अभी अपना ब्लॉग स्टार्ट किया होता है उनके पास इतना पैसा नहीं होता है तो इस समय वह डेडिकेटेड होस्टिंग का चयन कर सकता है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
please do not enter any spam link in the comment box.