motivational story in Hindi अकेले लड़ने की ताकत - ldkalink
motivational story in Hindi अकेले लड़ने की ताकत: यह कहानी (moral story for kids) एक गांव में रहने वाले लड़के की है जो अपने अकेलेपन को ही अपने लक्ष्य की प्राप्ति का एक सुनहरा अवसर बना लिया।
समय-समय की बात होती है जब व्यक्ति को अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना खुद ही करना पड़ता है अकेले रहकर ही उसे अपनी परेशानियों से लड़ना पड़ता है।
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motivational story in Hindi अकेले लड़ने की ताकत
यह Hindi kahani एक ऐसे व्यकित ही है यह लड़का एक गरीब परिवार का था और अपने छोटे से गांव में रहता था उनका पढ़ाई में बहुत रुचि था पढ़कर वह एक लोकप्रिय व्यक्ति भी बनना चाहता था पर उनके पास पैसे की कमी, लोगो का सहयोग, कोई गाइड करने वाला न होने के कारण वह आगे नहीं बड़ पता था।
फिर भी आगे बढ़ने के लिए अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमेशा मेहनत करता रहा जिससे कि वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति की ओर अग्रसर हो सके।
लड़के का अकेलापन उसको यह महसूस दिलाता था कि वह बहुत अकेला है पर उसका मन हमेशा अपने लक्ष्य की प्राप्ति की ओर ही होता था।
उसका अकेलापन उसको कभी-कभी यह एहसास भी दिलाता था कि उसके सपने अब अधूरे रह जाएंगे, पर वह कभी हिम्मत नहीं हारता था और इस तरह से वह अपनी आत्मविश्वास को और बढ़ाते चले गया।
एक दिन उसने यह ठान ही लिया कि वह अपने सपने को जरूर पूरा करके रहेगा और इसके लिए वह अपने प्रयासों को निरंतर जारी रखेगा इस लड़के की इच्छा शक्ति और संघर्ष ने ही इसे आगे बढ़ाने के लिए मजबूत किया।
1 दिन की बात है जब वह लड़का अपने अकेलेपन से निराश होकर अपने गांव के पास टहल रहा था तभी उसके सामने में एक पुस्तकालय दिखाई दिया जिस पर उसकी नजर पहले कभी नहीं पड़ी थी।
लड़का पुस्तकालय को देखकर काफी खुश हुआ क्योंकि उनकी रुचि पुस्तक पढ़ने में काफी ज्यादा थी और वह इसी क्षेत्र में ही आगे बढ़ना चाहता था।
धीरे-धीरे वह आगे बढ़ते गया और पुस्तकालय के दरवाजे पर दस्तक दी, पुस्तकालय की शांतिपूर्ण व्यवस्था और ज्ञान के भंडार ने उसके मन को आनंदित कर दिया।
अपनी उत्कृष्टता को पहचानते हुए उसने यह निर्णय ले लिया कि वह अपना पूरा खाली समय, अपने अकेलापन को इसी पुस्तकालय में ही दूर करेगा।
धीरे-धीरे वह पुस्तकालय की किताबों को पढ़ने लगा और पढ़ने में उसकी रुचि और बढ़ते गई और इस तरह से वह ज्ञान की नई दुनिया में प्रवेश करने लगा।
जैसे-जैसे दिन बीतते जाता था उसके ज्ञान की प्राप्ति और बढ़ते जाती थी और इस तरह से नए नए ज्ञान की प्राप्ति के लिए और ज्यादा उत्साहित होने लगा।
पुस्तक पढ़ते-पढ़ते वह अच्छे लेखकों और दर्शकों के साथ एक रिश्ता बनाते चले गया, और इसके साथ उन्होंने एक दिन अपनी खुद की कविता लिखने का भी ठान लिया।
कई सारे लेख उनके द्वारा लिखा गया और इन्हीं में से एक लेख उनका काफी प्रचलित हुआ जो दर्शकों को काफी पसंद आया ज्यादा से ज्यादा अच्छा लोग अब उस लड़के को जानने लगे थे।
अब उस लड़के को यह भी लगने लगा कि उसके द्वारा अब और अच्छा लेख लिखा जा सकता है जो दर्शकों को काफी आकर्षित करेगा और यही चीज उसको उसके लक्ष्य की प्राप्ति दिलाएगी।
एक दिन यह लड़का छोटा-छोटा लेख लिखते लिखते एक बहुत बड़ा लेखक बन जाता है और अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर लेता है।
उस लड़के को अब यह अच्छे से समझ आ गया था कि उसका अकेलापन जिसको हुआ रुकावट समझ रहा था उसका अकेलापन ही उसके लिए आगे बढ़ने का एक सुनहरा अवसर ले कर आया था।
लड़का हमेशा अपना मेहनत जारी रखा और अपने निरंतर प्रयासों से अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर ली।
Moral (शिक्षा)
motivational story in Hindi अकेले लड़ने की ताकत: इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि व्यक्ति का खाली समय और अकेलापन नए नए ज्ञान प्राप्त करने और नए चीजे को सीखने का एक नया अवसर प्रदान करता है इसलिए अपने कीमती समय को कभी भी गवाना नहीं चाहिए कई की एक बार समय निकल जाने के बाद वह समय दुबारा लौट कर नहीं आता है।
इसलिए अपने अकेलेपन और खाली समय को एक सुनहरा अवसर समझ कर संघर्ष करते रहना चाहिए यही संघर्ष आगे चलकर उन्हें उसके लक्ष्य की प्राप्ति की ओर ले जाती है।
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