Favicon क्या है - ldkalink
Favicon kya hai: आपने कभी नोटिस किया होगा कि जब कभी भी हम किसी सर्च इंजन में कोई कीवर्ड टाइप करके सर्च करते हैं तो सच लिस्ट यानी सर्फ में बहुत सारे वेबसाइट या ब्लॉग के पोस्ट लिस्ट में शो होने लगते है और इन्हीं पोस्ट टाइटल के लेफ्ट में एक छोटा सा आइकॉन दिखाई देते रहता है इस छोटे से आइकन को ही फ़ेविकॉन आइकॉन कहा जाता है।
यदि किसी साइट पर यह ऐड होता है तो जब हम उसके साइट पर जाते हैं तो उसके एड्रेस बार में लेफ्ट साइड में सबसे ऊपर ब्राउज़र द्वारा इसे डिस्प्ले किया जाता है जो इस वेबसाइट के यूआरएल के लेफ्ट में होता है।
Favicon kya hai |
फ़ेविकॉन बहुत लंबे समय से लगभग होगा 2000 से है और यह अपने आप ही सेव हो जाए करते हैं जैसे बुकमार्क या फेवरेट्स होते हैं अतः फ़ेविकॉन को हम इस तरह से भी समझ सकते हैं।
Favicon क्या है ?
What is Favicon in Hindi: यह एक छोटा आइकॉन है इसे हम ब्राउज़र आइकॉन भी कह सकते हैं जो किसी भी वेबसाइट की पहचान कराता है एक वेब ब्राउज़र के द्वारा, यह लगभग सभी वेब ब्राउज़र द्वारा सपोर्ट होता है।
लेकिन अलग-अलग वेब ब्राउज़र में से आइकॉन अलग-अलग इंप्लीमेंटेशन देखने को मिल सकता है फ़ेविकॉन ब्राउज़र टैब में डिस्प्ले होता है जो पेज टाइटल के साइड में मौजूद होता है।
उदाहरण (example) के लिए
कई सारे ऐसे में ब्राउज़र है जैसे कि फायरफॉक्स इंटरनेट एक्सप्लोरर और सफारी इनमें ये आइकॉन एड्रेस बार में डिस्प्ले होता है लेकिन यही गूगल क्रोम में पेज टैब में दिखाई देता है।
ज्यादातर वेब ब्राउज़र द्वारा सपोर्ट किया जाने वाले आइकॉन इमेज फाइल फॉर्मेट GIF JPG PNG फाइल के फॉर्मेट में होते हैं पर इंटरनेट एक्सप्लोरर में इसे सेव करने के लिए .ICO फॉरमैट में रखना होता है।
फ़ेविकॉन वेबसाइट में दिखाई दे इसके लिए एक छोटा सा 16 X16 पिक्सल इमेज को अपलोड करें जो वेबसाइट के रुट डायरेक्टरी में हो।
अब सवाल याद आता है कि फ़ेविकॉन आइकन कैसे बनाते हैं (favicon kaise banate hai) तो इसके लिए इंटरनेट पर कई सारे ऐसे टूल्स है जो आपको फ्री में या पेड वर्शन भी मिल जाते है।
एचटीएमएल में एफबी आइकन को एक वेब पेज में इस प्रकार से ऐसी लिखा जा जाता है।
HTML Favicon
<link rel="icon" type="image/x-icon" href="/images/myfavicon.ico">
Note: href ="" में उस इमेज का लिंक ऐड करे जिसे आ फ़ेविकॉन बनाना चाहते है।
Favicon का सबसे बढ़िया साइज 16X16 पिक्सल इमेज का होता है पर ज्यादातर ब्राउज़र इसी साइज को सपोर्ट करते हैं पर कुछ ब्राउज़र ऐसे भी होते हैं जो दूसरे साइज को रिकॉग्नाइज करते हैं आज जैसे कि इनका साइज 32 X32, 48X48, 64X64 पिक्सल इमेज साइज के रूप में भी हो सकते हैं।
Favicon क्यों जरूरी होता है?
किसी वेबसाइट में इसके होने से यूजर द्वारा आपकी वेबसाइट को तुरंत पहचान लिया जाता है इससे आपकी साइड की एक अलग ही पहचान बनने लगती है कि यह आपकी ही साइड है और SEO की दृष्टि से भी अपना इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है।
अब आप सोच रहे होंगे यह किस तरह से SEARCH ENGINE OPTIMIZATION को प्रभावित करता होगा।
Favicon का SEO पर प्रभाव
वैसे तो आपकी साइट पर इसके होने या ना होने से सर्च इंजन रैंकिंग को प्रभावित नहीं करता है लेकिन यह यूजर को जरूर प्रभावित करता है।
यदि कोई इंटरनेट यूजर आपकी साइट पर पहले विजिट कर चुका होता है और वह सर्च इंजन में कोई कीवर्ड सर्च कर रहा है और आपके साइट का आइकॉन वहां डिस्प्ले होता है तो वह आपके साइट के favicon देखकर ही आपकी साइट पर आ जाता है इस तरह से विजिटर को खींचने का यह एक अच्छा तरीका होता है।
इंटरनेट पर कई सारे यूजर ऐसे मिलते हैं जो आपकी वेबसाइट का नाम तो नहीं जानते लेकिन जब आप कुछ भी भी सर्च करते हैं और कहीं कही पर आपके साइट का आइकॉन दिखाई देता है।
तो वह आपके वेबसाइट के आइकॉन को पहचान कर आपकी साइट पर पहुंच जाते हैं इस तरह फ़ेविकॉन SEO में अपना इम्पोर्टेन्ट रोल प्ले करता हैं और इसे सर्च रैंकिंग इम्प्रूव होते जाता है।
अब आपके मन में एक सवाल यह भी आ रहा होगा की favicon कैसे बनाते है तो www.ldkalink.com एक पोस्ट favicon कैसे बनाये पर भी लिखा गया है जिसमे स्टेप बय स्टेप Free Favicon Generator Tool के बारे में बताया गया है।
यदि आप ब्लॉगर में अपना खुद का ब्लॉग बनाये का सोच रहे या फिर बनाया हुआ है तो blogger में favicon कैसे add करे यह आर्टिकल भी आपको एक बार रीड करना चाहिए इसमें ब्लॉगर में फ़ेविकॉन ऐड करने का पूरा प्रोसेस बताया गया है।
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