Blog SEO कैसे करे - ldkalink
SEO (search engine optimization) for blogs In Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम Blog के लिए किये जाने वाले उन सारे SEO Tips में बारे में बात करने वाले है जो पोस्ट को रैंक कराने में अपना इंपोर्टेंट रोल प्ले करता है जिससे हमारे ब्लॉग पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक बहुत ज्यादा आने लगता है।
आज हम Blog के उन सारी चीजों के बारे में बात करने वाले हैं जो SEO की नजर में बहुत महत्वपूर्ण है जो आर्टिकल को सर्च इंजन रिजल्ट पेज में टॉप में रैंक कराने में हमारी मदद करती है।
अब आपके मन में एक सवाल यह आ रहा होगा कि क्या Blog में आर्टिकल लिखते समय SEO करना जरुरी होता है अगर हम SEO को ध्यान में न रखकर आर्टिकल लिखे तो क्या होगा, इन सारे सवालो के जवाब आपको इस आर्टिकल में www.ldkalink.com पर मिलने वाला है।
SEO (search engine optimization) for blogs In Hindi |
यदि आप एक Blog के लिए SEO की दृष्टि से कोई आर्टिकल लिखते हैं तो आपका आर्टिकल जल्दी रैंक होने लगता है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग आपके आर्टिकल तक पहुंच पाते है।
अतः इस तरह से हम अपने पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पंहुचा सके इसके लिए हमें आर्टिकल लिखते समय कुछ बातो को ध्यान में रखकर ही आर्टिकल लिखा जाता है।
Blog के लिए SEO कैसे करे?
तो चलिएअब हम ब्लॉग के लिए SEO कैसे करते है (blog ke liye seo kaise karte hain.) उन सारे Blog SEO Tips के बारे में बात करने वाले हैं जो एक ब्लॉग के लिए इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है:
1. Keyword research
आर्टिकल लिखते समय अपने ऑडियंस को टारगेट करते हुए रेलीवेंट कीवर्ड हमें ढूंढना होता है क्योंकि जो कीवर्ड यूजर द्वारा सर्च किया जा रहा है यदि यह कीवर्ड हमारे आर्टिकल में मिलता है तो हमारा आर्टिकल भी सर्च रिजल्ट में टॉप पर दिखाई देता है।
इंटरनेट पर ऐसे तो कई सारे ऐसे फ्री और पेड टूल्स मिल जाते है जो हमें ऐसे कीवर्ड्स निकाल कर दे देता है जो ज्यादातर यूजर द्वारा सर्च किया जाता है।
कीवर्ड रिसर्च के लिए जो ज्यादा ही फेमस टूल्स है उनमें से Google keyboard planner, SEMrus, ubersuggest. टूल्स की सहायता से हम ऐसे कीवर्ड फाइंड कर लेते हैं जो यूजर द्वारा अक्सर सर्च किए जाते हैं।
2. On-page optimization
अपने पोस्ट में टारगेट कीबोर्ड कोजरूर शामिल करें, मैन कीवर्ड पोस्ट के टाइटल, हेडिंग, मेटा डिस्क्रिप्शन या और कंटेंट जो कि हमारे द्वारा लिखा जा रहा है इनके बीच में नेचुरल तरीके से पुट किया जाना चाहिए।
इसके अलावा भी हमें अपने टारगेट कीवर्ड से रिलेटेड और कई सारे इसके सिनोनिम्स वर्ड्स फंड करके हमें अपने कंटेंट में शामिल करना चाहिए।
3. Quality content
यूजर को अपने आर्टिकल पर इंगेज करने के लिए हाई क्वालिटी, वैल्युएबल इंगेजिंग कंटेंट हमारे पास होना चाहिए ताकि यूजर यदि इसे पढ़े तो वह सेटिस्फाई हो, गूगल रिवॉर्ड्स कंटेंट जोकि कम्प्रेहैन्सिव आंसर यूजर के लिए प्रोवाइड करता है।
4. Optimized URLs
डोमेन नेम और आर्टिकल का यूआरएल क्रिएट करते समय हमेशा ध्यान रखें कि इसमें टारगेट कीवर्ड इसमें शामिल होना चाहिए और साथ ही यह डिस्क्रिप्टिव कंटेंट भी होना चाहिए इन्हें ज्यादा लौंग ना रखें पर इसे रिलेवेंट और रीडेबल होना चाहिए।
5. Internal linking
एक आर्टिकल लिखते समय इसके कंटेंट के बिच बिच में कुछ वर्ड्स पर लिंक अटैच करना चाहिए जो क्लिक करने पर अपने ही ब्लॉग के दूसरे पोस्ट पर जाना चाहिए है यदि आपको इंटरनल लिंकिंग क्या है कैसे करते है इसके बारे में नहीं पता तो इसे एक बार जरूर रीड करे।
यदि कोई यूजर इस लिंक वाले किसी शब्द पर क्लिक करें तो वह इसी ब्लॉग के दूसरे पोस्ट पर बढ़िया आसानी से चल जाए, इससे आपकी वेबसाइट नेविगेशन, डिस्ट्रीब्यूशन लिंक क्वालिटी बेटर होती है।
यदि आप इंटरनल लिंकिंग का उपयोग करते हैं तो इससे सर्च इंजन को आपकी साइट को समझने में काफी हेल्प मिलती है और यह अलग-अलग पोस्ट में एक रिलेशनशिप बनती है।
6. Optimized images
जब हम कोई आर्टिकल लिखते हैं और इस आर्टिकल में कोई इमेज ऐड करते हैं तो हमें इस इमेज का फाइल नेम कुछ इस तरह से देना चाहिए जो हमें आर्टिकल से रिलेटेड होता है और इसके alt टैग के लिए कुछ ऐसे की वर्ड्स का उपयोग करना चाहिए जिससे कि सर्च इंजन भी इसे आसानी से समझ सकते की यह इमेज किस टॉपिक पर है।
यदि आपका इमेज सही तरीके से ऑप्टिमाइज किया होता है तो यह सर्च रिजल्ट में बड़ी आसानी से रैंक कर जाता है।
जब आपका इमेज सर्च इंजन में रैंक कर रहा होता है और यह तो यह ब्लॉग पर एडिशनल ट्रैफिक लाने में बहुत हेल्प करता है।
7. Mobile optimization
सबसे पहले आप अपने ब्लॉग को चेक करें कि आपका ब्लॉक मोबाइल-फ्रेंडली और रेस्पॉन्सिव है कि नहीं, अगर किसी कंडीशन में यह नहीं है तो इसे जल्दी से इसे यूजर फ्रेंडली और रेस्पॉन्सिव बनाये।
क्योंकि आज के समय में ज्यादातर यूजर जो आर्टिकल पढ़ते हैं वह मोबाइल डिवाइस से ही पढ़ते हैं इसलिए ब्लॉग का रेस्पॉन्सिव और यूजर फ्रेंडली होना बहुत जरूरी होता है यह हमारे ब्लॉग पर ट्रैफिक लाने में काफी मदद करती है।
8. Page speed
हमें अपने ब्लॉग के लोडिंग स्पीड को हमेशा ध्यान में रखकर काम करना चाहिए, कई बार देखा जाता है कि जब हम कोई आर्टिकल लिखते हैं तो हम इसमें ऐसे इमेज ऐड करते हैं जिसकी साइज बहुत ज्यादा होता है यदि हम इस तरह के इमेज को अपने ब्लॉग पर रखते हैं तो इससे पेज की लोडिंग स्पीड को घटा देती है और कैचिंग प्लगिंस और मिनिमाइजिंग अननेसेसरी कोड का उपयोग करना चाहिए।
यदि हम अपने इमेज को बहुत कम साइज में रखना चाहते हैं तो इसके लिए हम अपने इमेज को webp इमेज फॉर्मेट में कन्वर्ट करके इसे अपने पोस्ट में ऐड कर सकते हैं यह बहुत ही कम साइज में ही अच्छी क्वालिटी का मेज देता है।
यदि आपको नहीं पता है की webp इमेज में कैसे कन्वर्ट करते है तो इसके लिए इस Free webp converter tool का उपयोग कर सकते है।
पेज स्पीड, रैंकिंग फैक्टर में अपना महत्वपूर्ण रोल प्ले करता है इससे यूजर एक्सपीरियंस बेटर होता है और आपके साइड की रैंकिंग भी इंप्रूव होती है।
9. Social sharing
आपके हरआर्टिकल के नीचे सोशल शेयरिंग बटन होना जरूरी है क्योंकि इससे यदि कोई इंटरनेट यूजर आपके आर्टिकल पड़ता है और उन्हें आपका आर्टिकल पसंद आता है तो वह यदि इसे किसी दूसरे को शेयर करना चाहे तो वह इसे बड़ी आसानी से शेयर कर सकता है।
सोशल सिग्नल्स जोकि सर्च रैंकिंग में इनडायरेक्ट इंपैक्ट कर सकता है और यह आपके कांटेक्ट के विजिबिलिटी को भी बढ़ता है।
10. Regular updates
आप हमेशा यही कोशिश करते रहे कि आपका ब्लॉग हमेशा अपडेटेड होते रहे और आपके द्वारा जो कंटेंट लिखा जा रहा है वह फ्रेश कंटेंट हो।
यदि आप अपने ब्लॉग पर रेगुलर नई पोस्ट डालते जाते हैं तो इससे सर्च इंजन को एक पॉजिटिव सिग्नल मिलता है कि आपका वेबसाइट एक्टिव और रेलीवेंट है।
अब आप ऊपर बताए गए, इन सारे SEO strategies को अगर ध्यान में रखकर आर्टिकल लिखते हैं तो आप अपने ब्लॉग को इंप्रूव करके इसे सर्च इंजन में बढ़िया आसानी से रैंक करा सकते हैं और इससे ऑर्गेनिक ट्रैफिक अपने ब्लॉग पर ला सकते हैं।
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