Motivational story in Hindi काल्पनिक सोच - ldkalink
Motivational story in Hindi काल्पनिक सोच: आज के इस आर्टिकल में हम एक ऐसे मोटिवेशनल कहानी के बारे में जानने वाले है जो हमारे अंदर छिपे नकारात्मक सोच को हमसे अलग करती हैं।
यदि आप इस प्रेरणादायक हिंदी कहानी (prernadayak Hindi kahani) को पढ़ते हैं तो यह आपको नकारात्मक सोच से बचाता है जो हमारे अंदर होते हैं जिसे हम चाहकर भी दूर नहीं कर पा रहे होते है।
यह हिंदी मोरल स्टोरी (Hindi moral story) उन सभी बच्चो (for kids/childrens/students) के साथ साथ बड़े लोगों के लिए भी है जो आगे बढ़ना तो चाहते हैं लेकिन उसके अंदर उसकी नकारात्मक सोच उन्हें आगे बढ़ने से कही न कही रोक लेती है।
Motivational story in Hindi काल्पनिक सोच |
तो चाहिए अब हम Motivational story in Hindi काल्पनिक सोच को आगे बढ़ाते हुए देखते है की इससे किस तरह की शिक्षा हमें मिलती है।
Motivational story in Hindi काल्पनिक सोच
यह मोटिवेशनल कहानी एक ऐसे हाथी की है जो एक काल्पनिक सोच में डूबा होता है कि यदि उसका पैर बंधा हो तो वह उस जगह से आगे ही नहीं बढ़ सकता।
आप सभी जानते हैं कि हाथी एक विशाल जानवरों में से एक है जो काफी शक्तिशाली होता है इन्हें पकड़ कर रखना बहुत मुश्किल होता है ना ही हम उससे लड़ सकते हैं और ना ही इसे एक जगह पकड़ कर बांधकर रख सकते हैं।
लेकिन आपने यह भी नोटिस किया होगा कि बड़े-बड़े हाथी को एक छोटे से जंजीर या रस्सी से बांधकर रख दिया जाता है।
यह विशाल हांथी भी एक छोटे से जंजीर से बांध कर रह जाता है क्या उसको यह नहीं पता होता है कि यह जंजीर उसे बांध कर नहीं रख सकता है।
क्या उसको यह नहीं पता होता है कि वह इस रस्सी को तोड़कर आजाद हो सकता है और अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जी सकता है।
आप भी यह कभी नहीं सोचे होंगे कि इतने बड़े विशाल हाथी को छोटे से जंजीर से किस तरह से बंद कर रखा जा सकता है और बांधने वाले को भी हांथी पर पूरा विश्वास होता है कि वह इस रस्सी को कभी तोड़कर नहीं भागेगा।
क्या आप नहीं सोचते कि इतना बड़ा हाथी एक छोटे से जंजीर को तोड़कर भाग सकता है या किसी दिन भाग जाएगा।
जब हाथी छोटा होता है तब उसे एक छोटे से जंजीर से बांध कर रखा जाता है जिससे कि वह भाग नहीं पता है लेकिन जैसे-जैसे हाथी बड़ा होता जाता है उसको उसी जंजीर से ही हमेशा बांधा जाता है ताकि वह हाथी भाग ना सके।
लेकिन जब हाथी और भी बड़ा हो जाता है बहुत बड़ा रूप ले लेता है तब भी इससे ही बांधा जाता है लेकिन इस समय हाथी चाहे तो पूरी तरह से आजाद हो सकता है और अपने अनुसार अपना जीवन जंगल में बिता सकता है।
लेकिन हाथी के मन में बड़े होते तक एक चीज यह हमेशा बैठ गया होता है कि उसके पैर में अगर जंजीर बंधी हुई है तो वह उसे तोड़कर नहीं भाग सकता है।
क्योंकि बचपन से ही उसे बांध कर रखा जाता था उसको यह लगता है कि पहले जैसे मैं नहीं भाग सकता था वैसे ही आज भी अगर अगर पैर में कुछ बांध दिया जाये तो वह अपनी जगह से नहीं भाग पायेगा।
इस तरह से हाथी तब तक एक जगह पर स्थित बना रहता है जब तक के उसके पैरों में जंजीर बांध दिया जाता है उसके अंदर एक काल्पनिक सोच पैदा हो चुकी होती है की अगर पैर बंधा है तो वह अपने लाइफ में आगे नहीं बढ़ सकते है।
ठीक ऐसे ही हम सबके लाइफ में भी होता है जब हम छोटे होते हैं तो हम सोचते हैं कि यह चीज अभी नहीं कर पाएंगे।
लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं तब भी हमारे सोच में कई सारे ऐसी चीज होती है जो बचपन की तरह होती है कि हम यह काम नहीं कर पाएंगे।
कभी हम अपने लाइफ में आगे बढ़ने का नहीं सोचते है और मन में नेगेटिव सोच पैदा कर रहे होते है जो की हमें आगे बढ़ने से रोकते रहता है।
Moral (शिक्षा)
Motivational story in Hindi काल्पनिक सोच: इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि यदि हम अपने काल्पनिक सोच "मै यह नहीं कर पाउँगा", से बाहर निकल जाए तो हम अपने लाइफ में बहुत आगे जा सकते हैं।
इस कहानी से बहुत कुछ सीख मिलती है कि यदि हमारे मन में कुछ निगेटिव चीज आता है कि हम यह नहीं कर सकते, तो ऐसा नहीं है कि हम वह कार्य कर ही नहीं कर सकते हैं अगर हम कोशिश करे तो हो सकता है हम उस चीज को अच्छे से कर पाए।
काल्पनिक सोच जो कि व्यक्ति को आगे बढ़ने से रोकता है यदि हमें इस नकारात्मक सोच को छोड़कर सकारात्मक सोचने लगे, तो निश्चित रूप से हम आगे बढ़ने का प्रयास करने लगते हैं और एक दिन आगे बढ़कर ही रहते हैं।
आपको भी अपने लाइफ में इस काल्पनिक सोच से दूर रहना चाहिए कि यह नहीं कर सकते, हर व्यक्ति हर चीज को कर सकता है लेकिन वह तभी कर पता है जब वह पॉजिटिव सोचता है की यह काम मैं कर लूंगा।
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