Motivational story in Hindi समय बर्बाद ना करें - ldkalink
Motivational story in Hindi किसी को समझाने में अपना समय बर्बाद ना करें: यह हिंदी कहानी (Hindi Kahani) अगर आप पूरा पढ़ते हैं तो यह आपका कीमती समय को बर्बाद होने से बचाता है।
यह Motivational story in Hindi time से रिलेटेड है की किस तरह से समय को बचाया जा सकता है इस ब्लाग पर www.ldkalink.com पर प्रेरणादायक कहानी के रूप में कई सारे inspirational story लिखी गई है यदि आपने अभी तक इन स्टोरी को नहीं पढ़ा है तो इन्हें एक-एक करके जरुर पढ़े।
तो चलिए आज हम इस मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी में किसी को समझाने में अपना समय बर्बाद ना करें, इस कहानी को आगे बढ़ाते हुए देखते हैं कि यह हमें किस तरह की शिक्षा देती है।
Motivational story in Hindi समय बर्बाद ना करें |
Motivational story in Hindi किसी को समझाने में अपना समय बर्बाद ना करें
एक समय की बात है जब एक चीता और गधा के बीच बहस होते रहता है कि आकाश का रंग वास्तव में कैसा है गधा का कहना होता है कि आकाश का रंग हरा होता है लेकिन चीता का कहना होता है कि आकाश का रंग नीला होता है।
चिता अपना पूरा प्रयास करता रहता है कि गधा समझ जाए, की वह जो बता रहा है कि आकाश का रंग नीला होता है वह उसे मान ले।
लेकिन गधा अपनी बात पर टिका होता है और वह हमेशा से यही कहता है कि आकाश का रंग हरा होता है वह चीता की बात को मानने से इनकार कर देता है।
दोनों एक दूसरे की बातों पर अमल रहते हैं और इस तरह से लड़ाई करते-करते दोनों जंगल के राजा शेर के पास जाने का तय करते हैं ताकि उनके सवालों का सही जवाब मिल सके।
1 दिन की बात है जब दोनों जंगल के राजा शेर के पास पहुंचते हैं और चीता शेर को बताता है कि आकाश का रंग नीला होता है यह बात मैं इस गधे को कब से समझने की कोशिश कर रहा हूं पर यह गधा मानने को हो तैयार नहीं है।
उसने शेर को बताया की गधे द्वारा यह कहा जाता है कि आकाश का रंग हरा होता है अब महाराज आप ही बताएं कि दोनों में किसका आंसर सही है।
दोनों बहस करते हुए शेर से बोलते हैं कि हम दोनों में से जिसका आंसर गलत होगा महाराज उसे आप तुरंत मार कर खा जाना, अब आप ही इसे समझा सकते हैं कि आकाश का रंग क्या होता है ताकि यह बात इस गधे को समझ में आ जाए।
दोनों की बातें सुनकर शेर थोड़ा सा सोचता है और चिता से बोलता है कि अब मैं तुम्हें मार के खा जाऊंगा, यह सुनकर चिता बहुत उदास हो जाता है यह सुनते ही चीता शेर से एक प्रश्न करता है महाराज क्या मेरा कहना गलत था जो आप मुझे मार कर खाना चाहते हो।
शेर ने बताया कि तुम्हारा जवाब बिल्कुल सही है पर तुम एक ऐसे आदमी से बहस कर रहे हो जो कभी नहीं समझ सकता, आप उसे समझाने की कोशिश कर रहे हो, जिसको समझाना संभव नहीं है और अपना पूरा कीमती समय इस पर बर्बाद कर रहे हो।
यह बात सुनकर उस चीते को भी समझ आ गया कि मेरा इन्हें समझना व्यर्थ है मैं फालतू में अपना समय इसे समझाने में व्यर्थ कर रहा हूं।
ठीक ऐसे ही हमारे साथ भी होता है कि हम अपना कीमती समय किसी ऐसे व्यक्ति को समझने में लगा देते हैं जो कभी समझने को तैयार ही नहीं होता है।
इसलिए कहा गया है कि हमेशा अपनी संगति कुछ इस तरह से बनाओ जो आपको समझ सके, आपकी बातो को अच्छे से समझ सके।
मोरल
अपना कीमती समय, मूर्ख व्यक्ति को समझाने में बिल्कुल भी व्यर्थ न करे।
अपना कीमती समय ऐसे व्यक्ति पर बिल्कुल भी ना बर्बाद करो जो आपकी सही बात बताने पर भी उसे गलत साबित करने में लगा हो।
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