Motivational story in Hindi चुनौती स्वीकार करो - ldkalink
Motivational story in Hindi चुनौती स्वीकार करो: यह हिंदी कहानी (Hindi kahani) एक ऐसे प्रेरणादायक (prernadayak/inspirational) कहानी के रूप में है जो हमें बताता है कि जीवन में आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करना सीखो और इससे किस तरह से पूरा करना किया जा सकता है इस समस्या का समाधान ढूंढो।
बहुत बार हमारे साथ भी ऐसा होता है कि सामने वाला हमें कोई चुनौती देता है और हम पहले ही हार मान लेते हैं बिना सोचे, बिना समझे, बिना प्रयास किए ही।
तो यह मोटिवेशनल कहानी हमें बताता है कि जीवन में आने वाली हर परेशानी को एक चुनौती समझकर इसे स्वीकार करो और इससे लड़ने का समाधान खोज कर इसे पूरा जरूर करो।
Motivational story in Hindi चुनौती स्वीकार करो |
Motivational story in Hindi चुनौती स्वीकार करो
एक समय की बात है जब एक राजा अपने दरबार में कहता है, कि जो कोई भी भैंस को अपने पीठ पर उठाकर इस दरबार के एक चक्कर लगाएगा उसे एक लाख सोने के मोहरे दूंगा।
राजा की यह बात सुनकर सब हंसने लगते हैं और सबको लगने लगता है कि यह काम कोई नहीं कर सकता इसलिए पहले से ही हार मान जाते हैं।
लेकिन इन सब के बीच में एक ऐसा व्यक्ति भी होता है जो अपने जीवन में हर चुनौती को पार करते हुए आगे बढ़ते रहता है वह थोड़ा देर सोचता है और जोर से चिल्लाकर बोलता है यह काम मैं करके दिखाऊंगा।
उस आदमी की इस बात को सुनकर राजा के साथ जितने भी लोग वहां मौजूद थे सब के सब चकित रह जाए और उस आदमी को गौर से देखने लगे।
अब उस आदमी ने राजा से कहा मुझे 2 साल का समय दीजिए महाराज, मैं यह यह काम करके सबको दिखाऊंगा, राजा इस आदमी की बात से सहमत होता है और उसके द्वारा मांगे गए समय वह उसे देता है।
अब वह आदमी उस चुनौती को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत करते रहता है और समय पूरा होने पर राजा के दरबार में उपस्थित हो जाता है।
देखते ही देखते हैं वह आदमी भैंस को अपने पीठ पर उठाकर राजा के दरबार में एक चक्कर लगा देता है यह देखकर राजा सहित वहां उपस्थित सभी व्यक्ति चकित रह जाते हैं।
राजा ने उस आदमी से कहा मैंने यह बात नगर वासियों को नीचा दिखाने के लिए कही थी क्योंकि मुझे लगता था कि यह काम कोई नहीं कर सकता पर आपने यह काम कर दिखाया, अब आप ही यह बात बताएं आपके द्वारा यह काम कैसे पूरा किया गया।
Morel शिक्षा
पहली बात - अगर लक्ष्य बड़ा लगने लगे, तो इसे इतना छोटा बना लो की यह बहुत आसान लगने लगे।दूसरी बात - बिना एक भी दिन चुके, लगातार अपना अभ्यास और मेहनत जारी रखें।
राजा के पूछने पर उस आदमी ने बताया कि मैं पहले दिन से ही अपना अभ्यास जारी रखा, जब भैंस कुछ ही दिन का था तब से इसे उठाता रहा, जैसे-जैसे इस भैंस का भार बढ़ते गया और मेरे लगातार अभ्यास से मेरी शक्ति भी इसके साथ साथ बढ़ते गई और इस तरह से मेरे लगातार अभ्यास और मेहनत से यह काम पूरा कर के दिखाया।
इसीलिए कहा गया है कोई भी काम कठिन नहीं है, यदि आप अपने सपने को पूरा करना चाहते हो तो आपका लगातार अभ्यास करते रहना ही आपको आपके सफलता की ओर लेकर जाएगी।
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